देर बहुत कर दी
अंधरों को मिटाने में अब देर बहुत कर दी सूरज तुमने आने में अब देर बहुत कर दी सांसे अभी अभी है छोड़ी है हमने दिलबर तुमने आने में अब देर बहुत कर दी अभी अभी ओढ़ा है कफन ये हमने शादी का जोड़ा लाने में अब देर बहुत कर दी पूरे जिश्म में ज़हर इश्क़ का फैल चुका है तुमने तो दवा लाने में अब देर बहुत कर दी हमने बसा ली अपनी दुनियां किसी और ही के दिल में रह गई बातें अफ़साने में अब देर बहुत कर दी