बटेंगे तो कटेंगें
सभी सनातनी बस यही बात रटेगें
जातियों में बंटेंगे तो फिर हम कटेंगें
जातियों में छंटेगें तो आपस में बंटेंगे
आपस में बंटेंगे तो गिनती में घटेंगे
अब तो संभल जाओ मेरे सनातनियों
गिनती में घटेंगे तो फिर सारे कटेंगें
बंटेंगे तो कटेंगे - बंटेंगे तो कटेंगे ।
हमला हो रहा रोज़ तुम पर चहुं ओर
हिंदुओं के भेष में है कितने हरामखोर
कब तक सहोगे क्यों नही मचाते शोर
आंख में अंगार भर पोंछ आंसुओं की कोर
अब नहीं लुटेंगें अब नहीं पिटेंगे
धर्म बचाने हम मिलकर डटेंगें
कटेंगें तो बटेंगे कटेंगें तो बटेंगे
ताकत में हम ही सबसे बड़े थे
राजा राजवाड़े सभी आपस में लड़े थे
तुमसे हूँ बलशाली इसी बात पर अड़े थे
मौके की तलाश में सारे दुश्मन खड़े थे
चाहे हो मराठा तुम चाहे राजपूत हो
सारे के सारे तो माँ भारती के सूत हो
चहुं ओर देखो ये शिकारी बड़े आए हैं
तुमको फंसाने कैसे जाल बिछाएं है
पहले जैसी भूल अब फिर नहीं करेंगे
अब नहीं लुटेंगें अब नहीं पिटेंगे
बटेंगे तो कटेंगें बटेंगे तो कटेंगें
बहुत हो चुका है अब हम नहीं बंटेंगे
अब नहीं बटेंगे अब नहीं बटेंगे
अब नहीं बटेंगे अब नहीं कटेंगें
जातियों में बंटेंगे तो फिर सारे कटेंगें
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