मेरा गांव तेरा शहर

गांव की खुरदरी मिट्टी 
जरूरी है इस देश के लिए
शहर की चमचमाती टाइल्स  
पर धान नहीं उगा करते ।
तुम्हारे uv फ़िल्टर मशीने
फीका कर देती है पानी को
हमारे गांव में 
ज़मीन पर बहता पानी भी
मीठे फल उगाती है कमाल है न ।
तुम्हारे शहर के एअर कंडीशनर 
बिजली की बैशाखी से चलते हैं
नीम के पेड़ की हवा के लिए
नहीं चाहिए कोई 
बिजली का कनेक्शन
गांव को भुला देने वालों 
तुम्हारी भावी पीढियां 
लौटकर फिर यहीं आएंगी
तुम्हारे बैंक बैलेंस 
आराम तो दे सकते हैं
मगर मेरे गांव सा शुकुन नहीं ।

मनोज "नायाब"
कवि- लेखक
9859913535






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