lock down

पक्ष :-

      लॉक डाउन एवं कोरोना को सीधे एवं सरल शब्दों में समझे तो नकलीपन और भौतिक सुखों को जीवन का मुख्य  आधार मानने की धारणा का अंत ।
         # बड़े बड़े फिल्मस्टार असली हीरो नहीं बस मनोरंजक ही है असली हीरो जीवन प्रदान करने वाले चिकित्सक है ।
           # अरबों रुपये खर्च कर बड़ी बड़ी योजनाओं से नदियां और पर्यावरण साफ नहीं होता बल्कि मनुष्य के हस्तक्षेप न करने से स्वतः ही हो जाता है ।
           # प्रकृति से उतना ही लो जितनी आवश्यकता है तो ही प्रकृति आपके लिए वरदान है । अंधाधुन दोहन विनाश का कारण है ।
            # ब्रांडेड कपड़े महंगी कारें फ़ास्ट फ़ूड रेस्टोरेंट ये सभी क्षणिक सुख दे सकती है और झूठी शान मात्र है । असली आनंद परिवारजनों के साथ मिलजुलकर रहने और सात्विक भोजन में है ।
            #  बूढ़े माता पिता ने बरसों बाद बच्चों को उनके सानिध्य में समय देते देखा । 
            # बच्चों को महंगे खिलौने नहीं आपका साथ और समय चाहिए होता है अब पता चला ।
            # जीवन साथी का हाथ बंटाना शर्म नहीं कर्तव्यपरायणता है ।
            # सुख से जीने के लिए अपार धन की आवश्यकता नहीं है सीमित धन ही पर्याप्त है अब पता चला ।
           # चिडियाघर में जानवरों को तमाशा बनाकर उनके दर्द को नहीं जाना स्वयं की आज़ादी छीनने से जाना की आज़ादी हर जीव का मौलिक अधिकार है ।
          सार-:  समय बड़ा बलवान है वही दंड पुरस्कार और सीख देता है ।
           
            
मनोज नायाब
गुवाहाटी
9859913535
            
              
       

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