खेल

इस खेल को खेलने के लिए बहुत खेलना पड़ता है साहब यूँ ही खेल खेल में खेल लो वो ये खेल नहीं है बिछी हुई है पटरियां बस उस पर चले चलो ये वो रेल नहीं है । औरों के सहारे ऊपर उठे हम वो अमर बेल नहीं है जो कैद कर सके हौसला हमारा दुनिया में बनी अब तक ऐसी जेल नहीं हैं । निगाहों में भरकर भरोसा एक बार देख ए दुनियां क्या हममें सचिन सौरभ और क्रिष गैल नहीं है ।

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