कबीले


जो हिमालय सी चट्टान  हुआ करते थे कभी 

      वो रेत के टीले हो गए हैं  ।

जो गुजरते थे एक साथ हुजूम में कभी उनमें अब

     अलग अलग कबीले हो गए हैं ।

जरूर कोई दीमक बन कर घुसा है दोस्तों की फसल में

      हरे पत्ते अब पीले हो गए हैं ।



Comments

Popular posts from this blog

यहाँ थूकना मना है yahan thukna mana hai

13 का पहाड़ा

हां हिन्दू हूँ