Wednesday, November 10, 2021

हिसाब देना होगा


दुनियां पूछेगी मुस्कुराने की वजह 
       तो जवाब देना होगा  ।

दिल को बहलाने के लिए दिल को
      कोई झूठा ख्वाब देना होगा  ।

दिल ए कब्रगाह में अरमानों की लाशें 
      तुझे हर उस लाश का हिसाब देना होगा ।

दिल की गहराईयों में धंसी हुई 
       तुझे हर एक फांस का हिसाब देना होगा ।

तेरे मुस्कुराने भर से जो रुक गई थी 
        रुकी हुई हर सांस का हिसाब देना होगा ।

मनोज नायाब --


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