तुम दोनों
आफताब तुम दोनों हो
महताब तुम दोनों हो
यूं तो बगिया में फूल बहुत है ।
मगर गुलाब
तुम दोनों हो
कोई बेहतरीन जोड़ी का
ख्वाब जो देखे
तो वो ख्वाब तुम दोनों हो ।
नशा बहुत है जमाने में
नई बोतल में पुरानी शराब
तुम दोनों हो ।
कसमें वादे रिश्ते नाते
किसी को ये chapter पढ़ने हो
तो वो किताब तुम दोनों हो ।
मनोज नायाब
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