Saturday, November 7, 2020

अब मैं ज़मीन नही रहा

तसल्ली इस बात की है 
की मैं आसमान हूँ ।

अफसोस ये की 
अब मैं ज़मीन नहीं रहा ।

मैं हर जगह हूँ इसीलिए
शायद कहीं का नही रहा ।

No comments:

Post a Comment

Pls read and share your views on
manojnaayaab@gmail.com