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चरागों का काम आसान कर दी न

खोल कर ज़ुल्फ़ें ज़रा शाम कर दो ना तमाम मुस्कुराहटें मेरे नाम कर दो ना अपने रुखसार से पर्दा हटाकर तुम इन चरागों का काम आसान कर दो ना हम भी मशहूर होना चाहते हैं शहर में इश्क़ में ज़रा हमें भी बदनाम कर दो ना