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Showing posts from October, 2013

Shabda bolte hai...words speak शब्द बोलते हैं

बात लिखने की है तो उसके लिए एक अदद भाषा की आवश्यकता है, और भाषा के लिए लिपि और लिपि के लिए चाहिए शब्द ।  कागज़ पर बिखरे हुए शब्द दिखने में बेजान से लगते हैं पर उनमें भी प्राण होते हैं, क्यूंकि शब्द रुलाते भी हैं और हंसाते भी है कभी व्यंग्य के तीखे बाणों से घाव भी देते है तो कभी प्यार का मरहम भी लगाते हैं । तोप रूपी कलम से निकलकर कभी हथियार का काम भी करते हैं तो बांसुरी से निकले सुरों से सरगम भी बन जाते हैं  इसलिए शब्द की ताकत को कम करके नहीं आँका जा सकता । यहाँ मुझे कबीर का ये दोहा बहुत सटीक लगता है आप स्वयं पढ़ें ..... शब्द शब्द सब कोई कहे ,शब्द के हाथ न पाँव  एक शब्द औषध करे , एक शब्द करे घाव ।। ............................................................ एक शब्द सुख रास है , एक शब्द दुःख रास । एक शब्द बंधन बने , एक शब्द गल फाँस ।।  ये तो हुआ एक पहलु दुसरे पहलु को देखें तो दरअसल इंसान ने जानबूझकर शब्दों को बेजुबान यानी गूंगा बनाया है ताकि उनका इस्तेमाल वो अपनी मर्ज़ी से कर सकें, यानी शब्द वही कहेंगे जो लेखक चाहेगा ।  इस लिहाज़ से देखें तो शब्द बेजुबान है बस उन्हें पढ़कर आप उसके सन्देश क

Introduction

नमस्कार, साथियों ।  यह मेरा पहला अनुभव है ब्लॉग लिखने का, बहुत सी खामियां हो सकती है, हो सकती है नहीं बल्कि होगी ही जिनको मैं धीरे धीरे ठीक करने का प्रयास करता रहूँगा, इस पहली मुलाकात में कुछ ज्यादा तो नहीं कहूँगा बस इतना कहना चाहता हूँ की इस ब्लॉग के ज़रिये मैं अपनी कल्पनाएँ अपने अनुभव अनेक छुए अनछुए पहलुओं पर अपनी बेबाक और संजीदा राय,  मेरे लेख जो मैंने कभी रात रात को जागकर अकेले में लिखे थे,  कुछ कविता से मिलती जुलती चीज़ शायद कविता ही होगी और भी वो तमाम बातें  जो मेरे दिल के कैदखाने में बरसों से कैद है आपके साथ बांटना चाहता हूँ । विश्वास जताता हूँ की जी भी लिखूंगा सार्थक लिखूंगा और सबसे अहम बात इमानदारी से लिखूंगा ।           मुझे इस बात को स्वीकार करने में कोई गुरेज़ नहीं है की मैं अभी लेखन की पहली कक्षा का छात्र हूँ पर लिखूंगा तो सीखूंगा और सीखूंगा तो जरुर लिखूंगा जिस दिन लिखना सीख जाऊंगा उस दिन सीखना भी सीख जाऊंगा । आपका मशवरा सर आँखों पर सलाह देते रहियेगा ।  आज के लिए बस इतना ही जय श्री कृष्णा ।           मनोज नायाब #poetry#ghazals#nazma#pen#paper#immotional#

shri ganesh