बोलते आखर

Friday, July 2, 2021

शराब में क्या रखा है

ज़रा डूब कर देख किताबों में 
शराब में क्या रखा है ।

रूह से रिश्ता होना चाहिए 
शबाब में क्या रखा है

जाग कर ही हासिल होगा कुछ
ख्वाब में क्या रखा है ।

अंधेरा मिटाने को ज़हनियत चाहिए
आफताब में क्या रखा है ।

जैसी हो तुम्ही ठीक हो, शक्ल बदलते
महताब में क्या रखा है ।

सवालों का अपना ही मज़ा है 
जवाब में क्या रखा है ।

ये रोशनी कहाँ से आई चांद नुमा, देखें
नकाब में क्या रखा है ।

तवज़्ज़ो उसके जज़्बात को दिया कर 
नायाब में क्या रखा है ।

2 comments:

  1. बहोत सुंदर रचना।
    वाह।

    नई पोस्ट 👉🏼 पुलिस के सिपाही से by पाश
    ब्लॉग अच्छा लगे तो फॉलो जरुर करना ताकि आपको नई पोस्ट की जानकारी मिलती रहे.

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  2. शुक्रिया rohitash ji

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